भगवानपुर थाना क्षेत्र के 13 वर्षीय नाबालिक की मौत का खुला पूरा राज
गन्ने के खेत से बरामद हुआ शव
70,80 व्यक्तियों का सत्यापन कर गहनता से की गई पूछताछ
भगवानपुर। थाना क्षेत्र के खुब्बनपुर निवासी सरदार सिंह ने अपने 13 वर्षीय नाबालिक बेटे कार्तिक की दिनांक 23/02/2024 को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। गुमशुदा कार्तिक की तलाश के प्रयास किये जा रहे थे इसी दौरान दिनांक 25.02.2024 को गुमशुदा कार्तिक का शव ग्राम खुब्बनपुर थाना भगवानपुर में गन्ने के खेत से बरामद हुआ। जो प्रथम दृष्टया में हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंकने में आया। मृतक का मौके पर पंचायतनामा की कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्टम चिकित्सको के पैनल के माध्यम से कराया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए टीम गठित कर हत्या के सफल अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे। सीओ मंगलौर के नेतृत्व में SHO भगवानपुर द्वारा 4 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई। 2 टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के व गांव खुब्बनपुर के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, व 02 टीर्मों द्वारा मैनुअल सुरागरसी पतारसी की गई। जिससे दिनांक घटना 19.02.2024 को गांव खुब्बनपुर में दो शादिया होना प्रकाश में आया। पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया कि कार्तिक अपनी उम्र के गांव के बच्चो के साथ शादियो में घुडचडी के दौरान बारातियो द्वारा फेंके गये पैसो को उठाते देखा गया।
दोनो शादियों की वीडियो फुटेज खंगालने पर मृतक कार्तिक दिन की शादी में शामिल दिखा लेकिन रात की शादी में किसी वीडियो में दिखाई नही दिया। कार्तिक के बारे में उसकी हम उम्र के बच्चो व शादी में शामिल बैंड वाले, टेंट वाले व लगभग सैकड़ों लोगों से गहनता से पूछताछ करने पर भी कोई लाभप्रद जानकारी हाथ नही लग पाई। मृतक के परिजनो व अन्य गांव के बच्चो व व्यक्तियो के बयानों में यह बात आयी कि कार्तिक पैसे के लालच में आकर किसी के साथ भी चला जाता था परन्तु वह जान पहचान वाले के साथ ही जाता था।
घटना में कोई लीड न मिलने पर एसएसपी डोबाल द्वारा स्वयं टीम का नेतृत्व करते हुए अपराध गोष्ठी में co मंगलौर को आवश्यक टिप्स देते हुए दोनो शादियों की वीडियो फुटेज व गांव के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को गहनता से चेक करने व बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन करने हेतु निर्देशित किया गया जिसका सफल परिणाम मिला।
गांव के एक कैमरे में मृतक कार्तिक उपरोक्त एक व्यक्ति के साथ गांव से बाहर को जाने वाले मुख्य रास्ते पर जाता दिखाई दिया। पिता द्वारा मृतक बेटे की पहचान तो की गई पतंतु साथ वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई।
उक्त व्यक्ति के पहने कपड़ो व चलने के ढंग से पुनः फोटो वादी व गांव के अन्य व्यक्तियों को पहचान के लिये दिखा कर गांव के अन्य सीसीटीवी कैमरो का पुनः अवलोकन कर लगभग 70,80 व्यक्तियों का सत्यापन कर गहनता से पूछताछ की गई। जिससे यह बात प्रकाश में आयी की यह व्यक्ति दिन में कंपनी में काम करता है इस आधार पर अलग-अलग अलग-अलग पुलिस टीमों द्वारा माहड़ी चौक के पास की फैक्ट्री में सत्यापन किया गया जिसमें कई संदिग्ध प्रकाश में आए जो दिन में ड्यूटी करते हैं तथा रात में जाते हैं परंतु फैक्ट्री में उक्त व्यक्ति के सत्यापन के संबंध में सबसे अधिक संदिग्ध व्यक्ति का नाम अजय शर्मा प्रकाश में आया जो खूबनपुर में किराए पर रहता है। तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा उक्त अजय शर्मा को गांव में तलाश किया गया परन्तु उक्त व्यक्ति गांव में नहीं मिला जिसको पुलिस टीम द्वारा दिनांक 15.03.2024 को अमोरवेट कम्पनी को जाने वाले रास्ते से धर दबोचा गया जिसने पूछताछ में हत्या का पूरा राज खोला।
अजय शर्मा अपने माता पिता व दो बच्चो के साथ ग्राम खुब्बनपुर में पिछले 6 माह से अपने रिश्तेदार राजीव शर्मा के यंहा किराये पर रह रहा है और उसकी पत्नी का देहांत वर्ष 2020 में हो चुका था। वह अपने जानकार के माध्यम से एक औरत को दिनांक 18.02.2024 को माहडी चौक से साथ लेकर ग्राम खुब्बनपुर में गन्ने के खेत में लेकर गया।
वंहा पर पास में एक खाली प्लोट में मृतक कार्तिक एक अन्य बच्चे के साथ खेल रहा था जिसकी बॉल गन्ने के खेत में आ गयी और मृतक के द्वारा उसे औरत के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया गया। उस समय अजय शर्मा ने कार्तिक को समझाया कि यह बात किसी को न बताए। परन्तु वह बच्चा नही माना व वंहा से भाग गया। अजय शर्मा कार्तिक को जानता था वह उसके बच्चो के साथ गांव में ठेली पर चाऊमिन खाने जाता था। और इस बात से घबराकर अगर इसने यह बात मेरे परिवार वालो या गांव में किसी को बता दी तो समाज में मेरी बहुत बेईज्जती हो जायेगी।
उस दिन शाम को अजय शर्मा ने काफी शराब पीकर कार्तिक को तलाश किया परन्तु वह नही मिला और मैं रात में भी नहीं सो पाया। अगले दिन मैं सुबह ही कम्पनी में चला गया। कंपनी से आने पर कार्तिक प्राईमरी स्कूल के पास मिला तभी मैंने मन ही मन कार्तिक को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। और अजय शर्मा ने उसे पैसे का लालच देकर आंटी से मिलने को कहकर अपने साथ ले लिया और गन्ने के खेत के पास बरसीन के खेत में ले जाकर अपने हाथो से कार्तिक का गला दबाकर जान से मार दिया। और उसको उठाकर पास ही गन्ने के खेत में अन्दर फेक दिया ताकि उसे कोई देख न सके।