विश्व प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर के 754 वें सालाना उर्स में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से रुड़की पहुंचा 150 जायरीन का जत्था
रुड़की। विश्व प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर के 754 वें सालाना उर्स में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से 150 जायरीन का जत्था रुड़की पहुंचा है, सुबह लगभग 6 बजे के आसपास कड़ी सुरक्षा के बीच लाहौरी एक्सप्रेस से यह जत्था रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर के सालाना उर्स में चार साल बाद पाकिस्तान से जायरिनों का जत्था पहुंचा है। रुड़की रेलवे स्टेशन से भी कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें रोडवेज बसों से कलियर लाया गया है। इस दौरान पाकिस्तानी जत्थे के टीम लीडर रियाज साबरी ने कहा कि उन्हें भारत आकर काफी प्यार मिला है। इससे पहले रुड़की रेलवे स्टेशन पर दरगाह प्रबंधक शफीक अहमद उर्स मेले कमेटी के संयोजक अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी, समाजसेवी ईश्वर लाल शास्त्री सहित कई लोगों ने पाकिस्तान से आए 150 जायरीनों के जत्थे का स्वागत किया।
जिसे देश जत्थे की लीडर ने बताया कि उन्हें यहां पर काफी प्यार मिला है, और वह इस प्यार को कभी भी भूल नहीं पाएंगे, सदैव उनके प्यार को याद किया जाएगा। इसके साथ ही टीम लीडर रियाज साबरी ने आगे कहा कि वह हर साल सालाना उर्स के साथ ही इस धरती पर आने की भी तमन्ना रखते है, लेकिन कभी ऐसा हो नहीं पाता। इस बार चार साल बाद उन्हें यह मौका मिला है। यहां से वह ढेर सारी खुबसूरत यादों को बटोर कर ले जाना चाहते है।
उन्होंने दोनों देश की सरकार से अपील करते हुए कहा कि वह एक- दूसरे के अवाम में जाने के लिए रास्ता खोल दें, साथ ही दोनों मुल्कों के बीच भाईचारा, प्यार- महोब्बत बरकरार रहें, और दोनों देश के रिश्ते मजबूत बनें। पाकिस्तान से पहुंचे 150 जायरीनों को साबरी गेस्ट हाउस में ठहराया गया है, वहीं इनकी सुरक्षा के भी पूरे- पूरे प्रबंध किए गए है। 12 अक्टूबर को यह जत्था अपने देश वापस लौट जाएगा।