सुल्तानपुर जिले में आसमान छू रहे चूनी चोकर के दामों से मुश्किल हुआ पशुपालन
सुल्तानपुर। जिले में लोगों की परेशानियां चूनी चोकर के दामों में उछाल आने से बढ़ी हुई है, जिले में लोगों के लिए पशुपालन करना तक मुश्किल हो गया है। लोगों का कहना है कि जितना खर्चा वह चूनी चोकर लाने में कर रहे है, उसका एक प्रतिशत भी उन्हें मिल नहीं रहा है। यहां पर लोगों के लिए पशुपालन करना मुश्किल हो रहा है। पहले पशुओं में विभिन्न प्रकार की बीमारियां आने से दूध के दाम घटे, और अब चूनी चोकर के दाम में बढ़ोतरी होने से पशुपालकों की मुसीबत बढ़ी हुई है। पशुपालकों का कहना है, कि जहां एक ओर चूनी चोकर के दाम में बढ़ोतरी हुई है, तो वहीं दूसरी ओर दूध के दाम में भी बढ़ोतरी होनी चाहिए, लेकिन जिले में इसका ठीक उल्टा हो रहा है।
चूनी चोकर के बढ़ते दामों के साथ ही दूध का मूल्य मिनरल वाटर की तरह हो रखा है। 20 से 25 रुपये लीटर के हिसाब से गांव का दूधिया दूध खरीद रहा है। ऐसे में पशुपालकों के हाथ कुछ भी नहीं लग रहा है। जितने का वह पशुओं को चूनी चोकर खिला रहे है, उसका आधा फायदा भी पशुपालकों को नहीं हो रहा है। पहले पशुओं में फैल रही बीमारी की वजह से पशुपालकों की समस्या बढ़ी हुई थी, और अब चूनी चोकर के दाम में बढ़ोतरी होने से पशुपालक परेशान हो रखे है।