सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में आर्मी कैप्टन दीपक सिंह हुए शहीद
4 आतंकियों के भी मारे जाने की खबर
एनकाउंटर में टीम को लीड कर रहे थे शहीद कैप्टन
16 जुलाई को भी हुए थे 5 जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर। डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में आर्मी कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, एनकाउंटर में 4 आतंकियों के भी मारे जाने की खबर है। बता दें कि शहीद कैप्टन डोडा में असार फॉरेस्ट एरिया में चल रहे एनकाउंटर में टीम को लीड कर रहे थे। 16 जुलाई को भी डोडा के डेसा इलाके में मुठभेड़ के दौरान एक कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हुए थे। शहीद कैप्टन दीपक सिंह 48 राष्ट्रीय राइफल से हैं।
सेना के मुताबिक, एनकाउंटर अभी जारी है। आतंकी जंगल में एक नदी के पास छिपकर फायरिंग कर रहे हैं। सुबह वे फायरिंग के दौरान पीछे भाग गए थे। वहां से जवानों को अमेरिकी एम-4 राइफल और तीन बैग में विस्फोटक मिला है।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर दिल्ली में रक्षा मंत्री ने मीटिंग बुलाई। इसमें NSA अजीत डोभाल, आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए। बैठक की जानकारी सामने नहीं आई है।
स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर
स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू में 3000 से अधिक सेना के जवान और BSF के 2000 जवान तैनात किए गए हैं। वहीं आतंकवाद से निपटने के लिए असम राइफल्स के करीब 1500-2000 जवान भी तैनात किए जा रहे हैं।
30 दिन में यह डोडा में दूसरा हमला
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में यह 30 दिन में दूसरा हमला है। इससे पहले 15 जुलाई की रात 9 बजे डेसा फॉरेस्ट एरिया में आतंकियों के साथ आर्मी की मुठभेड़ हुई थी। इस एनकाउंटर में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए थे। एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई है। इस एनकाउंटर की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ने ली थी।
कठुआ में 8 ओवरग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार, आतंकियों की मदद कर रहे थे
कठुआ में पुलिस ने 12 अगस्त को 8 ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है। जैश आतंकी मॉड्यूल के इन वर्कर्स ने 26 जून को डोडा में मारे गए जैश के 3 आतंकियों की मदद की थी। इन ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने आतंकियों को बॉर्डर पार करने के बाद डोडा के जंगल और पहाड़ियों तक पहुंचाने में मदद की थी। उन्हें खाना भी मुहैया कराया था।
पुलिस ने बताया कि इस आतंकी मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद लतीफ था। वह कठुआ के अम्बे नाल इलाके में रहता था। जैश आतंकियों के हैंडलर्स से लतीफ ही मुख्य रूप से संपर्क करता था। लतीफ ही तय करता था कि नेटवर्क में किसे शामिल करना है और किसे नहीं। गिरफ्तार किए गए लोगों में अख्तर अली, सद्दाम कुशल, नूरानी, मकबूल, लियाकत और कासिम हैं। ये सभी कठुआ से हैं।