अतीक-अशरफ हत्याकांड: शूटरों का होगा लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट
प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों का लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट होगा। पुलिस के एसआइटी की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। कई सवालों का प्रमाणिक जवाब नहीं मिलने के कारण ये टेस्ट कराने की तैयारी है। इससे हत्याकांड का सच सामने आएगा, साजिश से पर्दा उठ सकता है।
ज्ञात हो कि मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में बीती 15 अप्रैल की रात पुलिस अभिरक्षा में अतीक व अशरफ की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने मौके पर शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह व अरुण मौर्या को गिरफ्तार कर लिया था। मुकदमे की विवेचना के लिए एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र की अध्यक्षता में एसआइटी गठित की गई है।
पुलिस ने शूटरों को पांच दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इस दौरान यह पता चला था कि सनी सिंह को दिल्ली के गैंगस्टर गोगी ने तुर्किए की पिस्टल जिगाना, गिरसान रखने के लिए दी थी। मगर गोगी की हत्या के बाद सनी असलहों को लेकर अपने घर भाग गया। शूटरों ने नाम कमाने के लिए अतीक व अशरफ की हत्या करने की बात कुबूल की है। हालांकि पुलिस ने जब उनके बयानों का वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मिलान कराया तो कई कडिय़ां नहीं जुड़ पाईं। कई सवालों का प्रमाणिक जवाब भी नहीं मिल सका है। हत्याकांड की साजिश शूटरों ने खुद रची थी, यह बात किसी के गले से नहीं उतर रही है। आशंका है कि षड्यंत्र में कुछ और लोग शामिल हैं, लेकिन इसका राजफाश अब तक नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट होने पर हत्याकांड से जुड़े कई सच सामने आ जाएंगे।
अतीक- अशरफ हत्यकांड के मुकदमे में पुलिस की ओर से 45 दिनों में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी चल रही है, ताकि आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में ट्रायल शुरू हो सके। आरोप पत्र कोर्ट में पेश करने के बाद भी मुकदमे की विवेचना प्रचलित रहेगी और फिर लाई डिटेक्टर- नार्को टेस्ट कराते हुए अन्य साक्ष्य संकलित कर पूरक चार्जशीट भी दाखिल होगी।