सुल्तानपुर

संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी की भू-माफिया अजय नारायण ने की हत्या, क्रूरता की सारी हदें की पार

सुल्तानपुर। योगी सरकार का बड़ा नाम सुने हैं। मेरे साथ न्याय किया जाए। उस कुत्ते को सजा दी जाए, वो ऐसे ना घूमे। उसने मेरा नाश किया है उसका भी सर्वनाश हो यही मैं चाहती हूं। अपशब्द मेरे मुंह से निकल रहा है मैं क्या करूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं उनको इस स्थिति में देखूंगी। उन्हें कुछ भी होता तब भी संतोष होता। अच्छे खासे गए उसने मारकर भेजा। ये दर्द है मृतक संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी की पत्नी निशा तिवारी का है। आखिर वो ऐसा कहें भी क्यों नहीं? दरअसल भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के चचेरे भाई भू-माफिया अजय नारायण सिंह ने शनिवार की शाम उनके पति की नृशंस हत्या की। दरिंदे अजय ने जी भरकर पहले डॉक्टर को पीटा, फिर क्रूरता की हदें पार करते हुए ड्रिल मशीन से डॉक्टर के पैर में कई छेद किए।

टांका लगाते समय थम गईं थी सांसें

उसके बाद ई-रिक्शा पर लादकर घर भेज दिया। घर पहुंचे पति को इस हालत में देखकर कुछ लम्हों के लिए तो निशा हतप्रभ रह गई लेकिन अगले ही पल वो उन्हें लाद फांदकर राजकीय मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर पहुंचीं। बताया जाता है कि यहां पहुंचने तक डॉक्टर की सांसें चल रही थी। पैर में टांके लगाते समय चार वार्ड ब्वाय डॉक्टर को पकड़े हुए थे, लेकिन पहले से ही पीड़ा से कराह रहे डॉक्टर की टांके लगते समय चीख निकली जा रही थी। आखिर में जख्म इतने गहरे थे कि डॉक्टर घनश्याम की सांसें थम गईं।

रंगदारी देने से मना करने पर डॉक्टर को मार डाला

ये बात जंगल में आग की तरह फैली। अस्पताल में हजारों का मजमा लग गया। लंभुआ के सुखौली कलां गांव के मूल निवासी डॉक्टर शहर के शास्त्री नगर में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे। उन्होंने उसी इलाके में आरोपी अजय से दो बिस्वा जमीन 50 लाख रुपए में खरीदी थी। लेकिन जमीन पर कब्जा देने के लिए वो रंगदारी मांग रहा था। इनकार करने पर उसने डॉक्टर का ये अंजाम किया। पुलिस ने अजय समेत तीन के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन सोमवार को पत्नी ने ये कहते हुए दूसरी तहरीर पुलिस में दी कि हमसे पहले सादे कागज पर साइन लेकर पुलिस ने एफआईआर लिखा है।

आरोपी अजय पर 50 हजार का इनाम, पिता को जेल

दूसरी तहरीर में निशा तिवारी ने अजय के पिता जगदीश नारायण सिंह, उसके चाचा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह उर्फ बब्बन सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह और अज्ञात लोगों का नाम लिया है। सोमवार को शव के अंतिम संस्कार कराने के बाद पुलिस ने अजय व चंदन की चार करोड़ की तीन जमीनों पर बुलडोजर चलाकर अपने कब्जे में लिया। आरोपी अजय पर जहां 50 हजार के इनाम की घोषणा की गई है वहीं उसके पिता जगदीश को जेल भेजा गया है। साथ ही साथ डॉक्टर के परिवार को उनकी जमीन पर प्रशासन द्वारा कब्जा दिला दिया गया है।

Aanand Dubey / Sanjay Dhiman

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