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अच्छी खबर :- एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों में होगी 38 हजार शिक्षकों की भर्ती, खुलेंगे 157 नए नर्सिंग कॉलेज

नई दिल्ली। आम बजट पर देश के सभी वर्गों की निगाहें लगी हुई थीं। वित्त मंत्री सुबह 11 बजे आम बजट पेश करने के लिए संसद में पहुंची। वित्त मंत्री ने कहा कि बीते सालों में भारत के लोगों की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है। प्रति व्यक्ति आय 1.97 लाख रुपये सालाना हो गई है। भारतीय अर्थव्यवस्ता पहले के मुकाबले ज्यादा संगठित हो गई है। इसका असर लोगों के रहन सहन पर दिख रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार बजट में सरकार की सात प्राथमिकताएं रहेंगी। एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से एग्री स्टार्टअप बढ़ेंगे। इससे किसानों को मदद मिलेगी और उन्हें चुनौतियों का सामना करने में आसानी रहेगी और इससे उत्पादकता बढ़ेगी। यह किसानों, स्टेट और इंटस्ट्री पार्टनर के बीच किया जाएगा। सरकार की ओर से आम बजट के दोरान जैसे ही एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों के 38 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की घोषणा की गई युवाओं में खुशी की लहर दौड़ गई। कोरोना काल के बाद से देश में रोजगार के साधन कम हुए हैं। पिछले दिनों काफी लोगों की नौकरी भी गई थी। ऐसे में सरकार की ओर से शिक्षकों की भर्ती युवाओं के लिए अच्छा मौका है। देश में बड़ी संख्या में युवा शिक्षक की नौकरी के लिए प्रयासरत भी रहे हैं। आपको बता दें कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा मार एजुकेशन के सेक्टर पर ही पड़ी है। कोरोना के चलते सकूल बंद हो गए थे। इसके चलते काफी बच्चों को पढ़ाई में समस्याएं आई थीं। एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों के लिए नए शिक्षकों की भर्ती होने से जरूरत मंद बच्चों को पढ़ाई में मदद भी मिलेगी।

वित्त मंत्री ने ऐलान किया किया सरकार एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों के लिए 38 हजार शिक्षकों की भर्ती करेगी। वित्त मंत्री ने बताया कि अगले तीन वर्षों में 740 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के लिए 38 हजार 800 टीचर्स और सपोर्ट स्टाफ नियुक्त किए जाएंगे। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। वहीं बच्चों की शिक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी। निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा है कि एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का बजट 201-22 के 1418.04 करोड़ रुपये से 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए 2,000 करोड़ रुपये तक 581.96 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि युवाओं और बच्चों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी भी खोली जाएंगी। अच्छी पुस्तकें उपलब्ध कराने लिये राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय गठित किया जाएगा। आपको बता दें कि एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय को साल 1997- 1998 में शुरू किया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में शेड्यूल कास्ट (एसटी) बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके। इसके चलते यह बच्चे उच्च और व्यवसायिक शैक्षिक सिलेबस में पढ़ने के अवसरों का लाभ उठा सकें और विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पा सके एवं वह भी सामान्य क्षेत्रों के बच्चों के जैसे शिक्षा का लाभ ले सके। अब सरकार इसी व्यवस्था को और आगे बढ़ाने जा रही है। इसी क्रम में सरकार ने अब एकलव्य स्कूलों के लिए और शिक्षकों की भर्ती करने की घोषणा की है। ऐसा होने से बच्चों की एजुकेशन और अच्छी हो सकेगी। वहीं नए शिक्षकों की भर्ती होने से बड़ी संख्या में युवाओं को भी रोजगार मिल सकेगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि तीन वर्षों में 47 लाख युवाओं को स्टाइपेंड दिया जाएगा। इसके लिए एक नेशनल अप्रेंटिसशिप योजना शुरू की जाएगी। ​वहीं, 5ळ सर्विस पर चलने वाले ऐप डेवलप करने के लिए इंजीनियरिंग संस्थानों में 100 लैब बनाई जाएंगी। देश में 157 नए नर्सिंग कॉलेज कोर लोकेशन में स्थापित किए जाएंगे।

पिछले सालों में इतना मिला एजुकेशन बजट
वित्त मंत्री ने साल 2020 में शिक्षा के लिए 99,300 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। 2019 में 94,855 करोड़ रुपये अलॉट करके 4.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद फिर, 2021 में, शिक्षा मंत्रालय को 93,224 करोड़ रुपये और साल 2022 में 1.04 लाख करोड़ रुपये का आवंटन दिया था।

Anand Dube

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