शिवरात्रि पर्व पर वेदपाठी, हक-हकूकधारी और रावल भीमाशंकर लिंग की उपस्थिति में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि हुई तय
रुद्रप्रयाग। आज शिवरात्रि पर्व पर वेदपाठी, हक-हकूकधारी और रावल भीमाशंकर लिंग की उपस्थिति में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय कर दी गई है। श्री केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल 2023 को प्रातः 6 बजकर 20 मिनट पर खुलेंगे। बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में शनिवार को कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गई। उधर, उत्तराखंड के चार धामों में गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को और बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाने हैं केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के बाद यहां भी यात्रा की तैयारियां तेज हो जाएंगी। परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि पर्व पर पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है।
इसके बाद वेदपाठी, केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग व मुख्य पुजारी के साथ ही हक-हकूकधारी, प्रशासन व तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी में पंचांग गणना के बाद सुबह 9:30 बजे कपाट खुलने की तिथि व मुहूर्त निकाला गया। साथ ही उत्सव डोली के ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ रवाना होने की तिथि भी घोषित होगी।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मटूड़ा ने कहा कि चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या को निर्धारित करना गलत है। इसका असर सीधे होटल व्यवसाय पर पड़ेगा। चारधाम यात्रा पूर्व की भांति आफलाइन पंजीकरण, बायोमेट्रिक पंजीकरण व्यवस्था के आधार पर संचालित की जाए। शैलेंद्र मटूड़ा ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को यथावत रखने, मरीन ड्राइव निर्माण, कलेक्ट्रेट में कार पार्किंग निर्माण, दयारा बुग्याल व वरुणावत में रोपवे, जदूंग को इनर लाइन से मुक्त कर पर्यटकों के लिए खोलने की मांग की।