हरिद्वार। कुछ ही दिनों में कांवड़ यात्रा शुरु हो जाएगी, बीते दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते कांवड़ यात्रा पर रोक लगी थी, वहीं इस बार हालातों में सुधार को देखते हुए यात्रा कराई जा रही है। इस बार की यात्रा में शिवभक्तों की भारी आमद में उमड़ने की संभावना जताई जा रही है, जिसको लेकर सभी प्रकार की तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है। कांवड़ यात्रा में यात्रियों की भारी आमद की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने अब अतिक्रमण को हटाने की भी तैयारी शुरु कर दी है। हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी क्षेत्र से 1979 व सप्तऋषि रोड क्षेत्र से 1956 के मास्टर प्लान के आधार पर अतिक्रमण हटाने की तैयारी की जा रही है। अतिक्रमण को हटाने के लिए एसडीएम ने तीन विभागों के अधिकारियों को चिह्नित किया है।
अतिक्रमण के कारण यात्रा में उत्पन्न होती है समस्याएं
बीते दिन एसडीएम पूरण सिंह राणा ने अपने कार्यालय में कांवड़ मेले क्षेत्र के हरकी पैड़ी, सप्तऋषि रोड, ललतारौ पुल और मोती बाजार में हुए अतिक्रमण को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि सही ढंग से अतिक्रमण को चिह्नित नहीं कर पाने के कारण पूरी कार्रवाई नहीं हो पाती है, जिस कारण कांवड़ यात्रा में अतिक्रमण की वजह से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आठ व नौ जुलाई को की जाएगी अतिक्रमण चिह्विकरण की कार्रवाई
सहारनपुर से एसडीएम पूरण सिंह राणा ने हरिद्वार का पुराना नक्शा मंगवाया है। इस नक्शे के आधार पर अतिक्रमण का अंदाजा लगाया जाएगा। एसडीएम द्वारा आठ व नौ जुलाई को अतिक्रमण चिह्विकरण की कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है, साथ ही पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए गए है। अतिक्रमण को हटाने से पहले अतिक्रमण को चिह्नित करके नियमानुसार नोटिस जारी करने को कहा है, नोटिस के बाद भी यदि अतिक्रमण नहीं हटा तो फिर पुलिस के साथ मिलकर अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने को कहा गया है।