जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में आमजन की समस्याओं के निराकरण हेतु “तहसील दिवस” का किया गया आयोजन
भगवानपुर। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में ब्लाक सभागार ब्लॉक तहसील भगवानपुर परिसर में आमजन की समस्याओं के निराकरण हेतु “तहसील दिवस” का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 40 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, इनमें से 16 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया था, तथा शेष अनुरोध पत्रों को प्रकरण के निस्तारण में लगने वाले समय के अनुसार संबंधित विभागों के अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। इस मौके पर जिलाधिकारी ने पूर्व तहसील दिवस में आई हुई समस्याओं के निस्तारण के सम्बन्ध में भी सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी ली। तहसील दिवस में प्राप्त होने वाली शिकायतों में राजस्व, विद्युत, पानी, पुलिस, जमीन की पैमाइश, पानी की निकासी आदि से सम्बन्धित प्रकरण प्राप्त हुये।
“तहसील दिवस” में अनिल कुमार भगवानपुर ने जमीन की पैमाइश कराये जाने सम्बन्धी प्रकरण जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किया, जिस पर उन्होंने पैमाइश कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिये, ग्राम पंचायत शहीदवाला ग्रण्ट के निवासियों ने पानी की टंकी आदि के सम्बन्ध में अपना अनुरोध पत्र दिया। इस पर जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के अधिकारियों को यथाशीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिये, लियाकत निवासी शाहपुर ने तहसील दिवस में जिलाधिकारी को बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-73 में जो जमीन अधिकृत की गयी थी, उसका अभी तक मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ है, इस पर जिलाधिकारी ने एन0एच0 के अधिकारियों को दो दिन के भीतर प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये।
तहसील दिवस में नरेन्द्र कुमार निकट सांई मन्दिर ने उनके खसरे का सीमा निर्धारण करने का अनुरोध किया, इस पर जिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर पैमाइश कर अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कामरेज आलम रामपुर रोड रूड़की ने लम्बित भुगतान कराये जाने के सम्बन्ध में अपना पक्ष रखा, इस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को 10 दिन के भीतर प्रकरण का निस्तारण करने के निर्देश दिये। तहसील दिवस में सियाराम चुड़ियाला ने अतिक्रमण हटाये जाने एवं चकरोड की पैमाइश कराये जाने, विजेंद्र कुमार चुड़ियाला ने भी पैमाइश कराये जाने, सद्दाम शाहपुर द्वारा शौचालय बनाये जाने, राजेंद्र प्रसाद चुड़ियाला द्वारा तालाब से पानी निकासी किये जाने, मोहम्मद मुस्तफा मोहितपुर द्वारा तालाबों पर बढ़ते अतिक्रमण की समस्या, पवन कुमार द्वारा शैक्षिक अभिलेखों की।