चारधाम यात्रा के लिए देश के कोने-कोने से आए तीर्थयात्रियों ने की धामी सरकार की तारीफ
सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा स्वास्थ्य सुविधाओं, पीने के पानी व अन्य सुविधाओं ने उनकी यात्रा को बनाया आसान
देहरादून। चारधाम यात्रा के लिए विभिन्न राज्यों से आए 15 तीर्थयात्रियों के जत्थे ने व्यवस्थाओं की सराहना की है। इस संबंध में उन्होंने एक वीडियो बना सोशल मीडिया पर जारी किया है। तीर्थयात्रियों ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं, पीने के पानी व अन्य सुविधाओं ने उनकी यात्रा को आसान बनाया है।
वीडियो जारी करते हुए दिल्ली के चेतन ने बताया कि ऑलवेदर रोड ने सफर को आसान किया तो वहीं पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से हुए पंजीकरण से यात्रा और भी सरल व सफल हो गई। यात्रा मार्ग पर जरूरत की सभी सुविधाएं आसानी से मिलने से यात्रा और भी सरल हो गई।
बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा कर लौटे दिल्ली के पवन कुमार ने कहा कि यात्रा मार्ग पर सफाई और आसानी से उपलब्ध हुई सुविधाओं ने यात्रा को यादगार बना दिया। सरकार की ओर से की गई तैयारियों से दोनों धामों के अच्छे से दर्शन हुए। इसके साथ ही यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर स्थापित चिकित्सालय व शौचालय से बुजुर्गों के साथ हर वर्ग के तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत मिल रही है। तीर्थयात्रियों ने बताया कि पुलिस के जवान हर समय मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
वहीं केदारनाथ धाम की यात्रा कर लौटे दार्जिलिंग के तीर्थयात्री अमित भट्ट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंड पर वीडियो जारी करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को आसान बनाने के लिए पहले पंजीकरण अवश्य करें। वीडियो में उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर की गई व्यवस्थाएं और सुविधाओं से यात्रा यादगार बनी है।
चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शासन-प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। चारों धामों में तीर्थयात्रियों को पेयजल की किसी प्रकार की कोई किल्लत एवं परेशानी न हो इसके लिए मार्गों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता संजय सिंह ने बताया कि सोनप्रयाग से श्री केदारनाथ धाम तक कुल 62 पिल्लर टाईप स्टैंड पोस्ट, 07 वाटर ए.टी.एम. व 07 वाटर हीटर स्थापित किए गए हैं। जबकि सोनप्रयाग से श्री केदारनाथ धाम तक घोड़े और खच्चरों के पानी पीने के लिए भी 41 पशु चरहियां निर्मित की गई हैं। इसके अतिरिक्त गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम तक कुल 4 टैंक टाईप स्टैंड पोस्ट तथा रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक कुल 60 नग हैंड पंप स्थापित हैं।