Thursday, November 30, 2023
Home ब्लॉग दो नावों की सवारी

दो नावों की सवारी

जब टकराव बेहद तीखा हो गया हो, उस समय क्या दो नावों की सवारी लंबे समय तक की जा सकती है? अमेरिकी अधिकारी दलीप सिंह के कहने का अंदाज भले आपत्तिजनक रहा हो, लेकिन ये बात सच है कि रूस आज की परिस्थितियों में चीन विरोधी कोई रुख नहीं ले सकता है।

भारत यात्रा पर आए वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी दलीप सिंह ने चेतावनी दी कि रूस पर अमेरिकी तरफ से लगाए प्रतिबंधों को नाकाम करने वाले उपाय अगर भारत ने अपनाए, तो इसके खराब नतीजे हो सकते हैँ। लेकिन दलीप सिंह की यात्रा के एक दिन ही बाद नई दिल्ली आए रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारतीय नेताओं से अपनी बातचीत के बाद सार्वजनिक रूप से कहा कि पश्चिमी प्रतिबंधों से बचते हुए अपना कारोबार जारी रखने के लिए भारत और रूस जो भी संभव तरीके हों, उन्हें अपनाएंगे।

भारत सरकार ने ना तो दलीप सिंह के बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया दी, ना ही लावरोव के एलान पर। दरअसल, कूटनीति के जानकार इन दिनों यह देख कर हैरत में हैं कि भारत आए विदेशी नेताओं और अधिकारियों को भारत सरकार यहां खुल कर सार्वजनिक बयान देने के अवसर दे रही है। नई दिल्ली में रहते हुए किसी तीसरे देश के खिलाफ भी बयान दे रहे हैँ। जबकि अतीत मे चलन यह था कि भारत अपनी मंच का किसी दूसरे देश को इस तरह इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देता था।

बहरहाल, लावरोप के बयान के साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ये टिप्पणी भी छपी कि अगर कहीं से सस्ता तेल खरीदने से भारतीय जनता को राहत मिलती है, तो हमारी सरकार ऐसा क्यों नहीं करेगी? एक टीवी इंटरव्यू के दौरान की गई इस टिप्पणी को लावरोव के बयान की पुष्टि के रूप में देखा जा सकता है। तो कुल मिला कर भारत उन देशों में शामिल दिख रहा है, जो पश्चिमी वित्तीय प्रतिबंधों को अनदेखी करते हुए रूस के साथ सामान्य कारोबार जारी रखने के प्रयास में जुटे हुए हैँ। मगर इसके साथ ही भारत अमेरिका और अन्य देशों के गुड बुक में भी रहना चाहता है।

अगर इनसे भारत के हित सधते हों, तो इन दोनों ही बातों में कोई बुराई नहीं है। लेकिन प्रश्न है कि जब टकराव बेहद तीखा हो गया हो, उस समय क्या दो नावों की सवारी लंबे समय तक की जा सकती है? दलीप सिंह के कहने का अंदाज भले आपत्तिजनक रहा हो, लेकिन ये बात सच है कि रूस आज की परिस्थितियों में चीन विरोधी कोई रुख नहीं ले सकता है। ऐसे में अगर भारत नए बन रहे समीकरण में चीन के साथ रिश्ते मजबूत करे, तब तो बात दीगर है। वरना, आधी-अधूरी रणनीति आगे चल कर नुकसान का सौदा साबित हो सकती है।

Aanand Dubeyhttps://superbharatnews.com
superbharatnews@gmail.com, Mobile No. +91 7895558600, (7505953573)
RELATED ARTICLES

चुनाव मतलब लोगों को मूर्ख बनाना

हरिशंकर व्यास भारत में अब सारे चुनाव आम लोगों को मूर्ख बनाने, उनको बरगलाने, निजी लाभ का लालच देने, उनकी आंखों पर पट्टी बांधने या...

तेलंगाना में फिर जोर लगाया भाजपा ने

भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना में एक साल पहले बहुत बड़ा राजनीतिक अभियान शुरू किया था। लेकिन फिर उसने अपने कदम पीछे खींच लिए...

लोकसभा चुनाव के लिए मुद्दों की तलाश

अजीत द्विवेदी यह सिर्फ कहने की बात नहीं है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव देश की राजनीति को दिशा देने वाले होंगे और इनसे...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Latest Post

विश्व एड्स दिवस पर आयोजित होंगे जागरूकता कार्यक्रम- डॉ0 धन सिंह रावत

एचआईवी एड्स के प्रति लोगों को किया जायेगा जागरूक स्वास्थ्य मंत्री श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित कार्यक्रम में करेंगे प्रतिभाग देहरादून। सूबे में विश्व एड्स दिवस के...

सिलक्यारा टनल अपडेट- एम्स में भर्ती सभी मजदूर किये गए डिस्चार्ज

ऋषिकेश। सिलक्यारा, उत्तरकाशी टनल से निकाले गए श्रमिकों का एम्स,ऋषिकेश में सभी सघन स्वास्थ्य जांच के बाद सभी 41 श्रमिकों को एम्स अस्पताल प्रशासन...

डीजीपी अशोक कुमार की विदाई बेला पर भव्य रैतिक परेड का आयोजन

उत्तराखण्ड पुलिस को संवेदनशील बनाने के लिए काम किया - अशोक कुमार डीजीपी अशोक सर को कभी विचलित नहीं देखा, उनकी कार्यप्रणाली से सभी...

महंगाई का झटका- घर बनाना होगा अब पहले से ज्यादा महंगा

देहरादून। अपना मकान बनाने वाले लोगों को महंगाई का झटका लगने जा रहा है। घन बनान अब पहले से ज्यादा महंगा हो गया है।...

भारतीयों का विदेशी प्यार- 2023 में 1.40 लाख से अधिक छात्रों को मिला अमेरिका का वीजा

न्यूयॉर्क। अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की कि भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास ने अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक एक लाख...

12 साल के मयंक बने केबीसी-15 के करोड़पति, जीते इतने करोड़ रूपए

नई दिल्ली। कहते हैं कि ज्ञान की कोई उम्र नहीं - होती। कौन बनेगा करोड़पति में 12 साल के मयंक ने इस बात को...

जानें पुरुषों की तुलना में महिलाओं को क्यों ज्यादा परेशाान करता है गठिया, यहां है जवाब

आर्थराइटिस की वजह से जोड़ों में दर्द बना रहता है। ये ऐसी समस्या है जो काफी परेशान करती है. पुरुषों की तुलना में आर्थराइटिस...

रोजगार- नर्सिंग अधिकारी के रिक्त पदों के लिए निकली भर्ती

देखें, 1455 नर्सिंग अधिकारी के पदों पर भर्ती के नियम व शर्तें देहरादून। नर्सिंग की डिग्री/ डिप्लोमा कर चुके...

तकनीकी और आस्था की डोर के सहारे सुरंग में फंसी 41 जिंदगियां बची, लेकिन फिजां में तैर रहे सवालों के जवाब अभी बाकी 

देहरादून। सिलक्यारा में 400 घंटे चले चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान में तकनीकी और आस्था की डोर से सहारे सुरंग में फंसी 41 जिंदगियां बचा ली...

चुनाव मतलब लोगों को मूर्ख बनाना

हरिशंकर व्यास भारत में अब सारे चुनाव आम लोगों को मूर्ख बनाने, उनको बरगलाने, निजी लाभ का लालच देने, उनकी आंखों पर पट्टी बांधने या...