मांगों को लेकर भेल श्रमिकों ने किया प्रदर्शन
हरिद्वार। भेल की हीप एवं सी.एफ.एफ.पी.की तीन श्रमिक यूनियनों ने हीप मेन गेट पर पिछले दो वर्षों से पी.पी. एवं बोनस का भुगतान किये जाने, यूनियनों के मान्यता के चुनाव कराने, मृतक आश्रितों को रेगुलर नौकरी देने आदि मांगों को लेकर भेल प्रबन्धन एवं केन्द्रीय नेताओं के विरूद्ध विशाल विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में सैकड़ों भेल श्रमिक शामिल रहे। हैवी इलैक्ट्रिकल्स् वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि भेल प्रबन्धन और केन्द्रीय नेताओं की आपसी साँठ-गाँठ से मजदूरों को बोनस, पी.पी. का पिछले दो साल से कोई भी भुगतान नहीं किया है और मजदूरों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं जैसे नाईट एलाउंस, कैन्टीन सब्सिडी, व्हीकल सब्सिडी आदि में या तो कटौती कर दी या तो बंद कर दिया।
जबकि अधिकारियों को मिलने वाली सुविधाओं में कोई भी कटौती नहीं की गई है। जिससे भेल के मजदूरों में भेल प्रबन्धन के खिलाफ रोष है। उन्होंने कहा कि प्रबन्धन अप्रैल माह में पी.पी. एवं बोनस भुगतान के लिये संयुक्त समिति की बैठक बुलाकर बकाया पी.पी. व बोनस का भुगतान कराए। सी.एफ.एफ.पी. श्रमिक यूनियन के महामंत्री अमित गोगना ने कहा कि रविवार एवं छुट्टी के दिन ओवर टाईम कर रहे भेल मजदूरों को लेबर एक्ट के अनुसार ओ.टी. का भुगतान होना चाहिये व इंसेटिंव रिवाईज कर अन्य यूनिटों की भाँति लागू होना चाहिये। कर्मचारियों के बच्चो के मिलने वाली बस सबस्डिी को पुनः बहाल किया जाए।
हैवी इलैक्ट्रिकल्स् वर्कर्स ट्रेड यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष रवि कश्यप ने कहा कि यदि भेल प्रबन्धन ने अप्रैल में यूनियनों के मान्यता के चुनाव नहीं कराये तो आंदोलन तेज किया जायेगा एवं न्यायालय की शरण में भी जाएंगे। सेन्ट्रल फॉउण्ड्री फोर्ज वर्कर्स यूनियन के महामंत्री जय शंकर ने कहा कि भेल स्थित केन्द्रीय विद्यालय में पूर्व की भाँति कक्षा प्रथम में भेल कर्मचारियों के बच्चों का प्रवेश पंजीकरण प्रारम्भ किया जाये। प्रदर्शन करने वालों में रवि कश्यप, बी.जी. शुक्ला, अशोक सिंह, सलीम, ईसमपाल, ऋषिपाल, बलवीर सिंह रावत, राकेश मालवीय, मोहित शर्मा, नवीन, अरविन्द मावी, कामता प्रसाद, दीपक राय, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, कमलेश राय, ओम प्रकाश मीना, पी.के. वशिष्ठ, नवीन कुमार, हरिहर प्रसाद, हरीश साहू, संदीप जोशी, दिवस श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सिंह भदौरिया, इश्तिखार, विजय यादव, भवानी प्रसाद, धर्मेश गुप्ता, अमित पाण्डे, सुरेन्द्रर गुप्ता, अजीत पाल सोहेल, अमरजीत सिंह, चंदन देव, कन्हैया लाल, हरद्वारी लाल यादव, जय प्रकाश राय, बाबू लाल, पूरण सिंह रावत, अनिल यादव, चन्द्रभान, नीरज टोंक आदि सहित भेल के सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे।