युवाओं को नशे की गर्त में गिरने से रोकना जरूरी
रुड़की। गांव में मंगलवार को बुजुर्ग ईलमचंद शर्मा ने महर्षि परशुराम की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि महापुरुष किसी जाति, बिरादरी या धर्म के नहीं होते। वे पूरी दुनिया की भलाई के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा होली हो या दिवाली, क्रिसमस हो या ईद ये सारे त्योहार मनुष्य को मिलकर रहना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम दूसरों से अपना सम्मान कराना चाहते हैं, तो हमें भी उनकी भावनाओं की कद्र करनी होगी।
उन्होंने त्योहार पर खुशियां मनाने के साथ ही खुशियों को एक दूसरे के साथ बांटने का भी संदेश दिया। शिव हनुमान मंदिर के पुजारी प्रेमानंद गिरी ने नशे की तरफ बढ़ते युवा वर्ग के रुझान को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा आगे चलकर जिन युवाओं के हाथ में देश की बागडोर जानी हैं, उन्हें नशे की गर्त में गिरने से बचाना जरूरी है। उन्होंने ग्रामीणों से अपने परिवार के किशोर, किशोरियों और युवाओं पर ध्यान देने की अपील की।
इससे पूर्व ग्रामीणों ने महर्षि परशुराम के चित्र पर फूल चढ़ाकर उन्हें याद किया। कार्यक्रम में नंदकिशोर, ब्रिजेश कुमार, निशांत, प्रियबंधु शर्मा, मनमोहन शर्मा, अशोक कौशिक, अरुण शर्मा, सुभाषचंद्र, राज कुमार, अमित कुमार सहित काफी लोग मौजूद रहे।