रूडकी : अस्पताल में नहीं हो रही आरटीपीसीआर जांच
रूडकी। सिविल अस्पताल में कोविड की आरटीपीसीआर जांच नहीं हो रही है। केवल रैपिड जांच ही की जा रही है। ऐसे में जिन लोगों को आरटीपीसीआर जांच की जरूरत है वह भटक रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर के बाद मामले थम गए थे। उसके बाद अस्पताल में कोविड जांच भी बंद कर दी गई थी। कोविड के दौरान जिन कर्मचारियों को रखा गया था उन्हें हटा दिया गया। अस्पताल की व्यवस्थाओं पर इसका असर पड़ा। इस बीच कोरोना की चौथी लहर आने की आशंकाओं के बीच स्वास्थ्य विभाग फिर हरकत में आया। अस्पताल में व्यवस्था के तहत रैपिड जांच शुरू की गई। इसमें अस्पताल में खांसी, बुखार, जुकाम के संदिग्ध मरीजों के साथ जिन आरोपियों को पुलिस पकड़ रही है उनकी जांच की जा रही है।
कई लोगों को बाहर जाना होता है वहां रैपिड के बजाय आरटीपीसीआर जांच मांगी जा रही है। आरटीपीसीआर जांच को ही इसमें सटीक माना जाता है। गुरुवार को कुछ एनसीसी कैडेट भी अस्पताल पहुंचे। वहां उन्हें रैपिड जांच के बारे में पता चला। एनसीसी से जुड़े एक व्यक्ति ने सीएमएस डॉ. संजय कंसल को फोन कर कहा कि 49 कैडेट को बाहर जाना है। उसके लिए रैपिड की जगह आरटीपीसीआर जांच जरूरी है। सीएमएस ने कहा कि अस्पताल में फिलहाल रैपिड जांच ही हो रही है।