आखिर कैसे नकली दवा बनाने वालों के तार जुड़े असली दवा कंपनियों से, जानिए
रुड़की। शहर में नकली दवाइयां बनाने वाले रैकेट के तार अब असली दवा की कंपनियों तक पहुंच चुके हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी ने एसटीएफ को बताया है कि वह दवा कंपनियों के कर्मचारियों से उनका रिजेक्ट रॉ मैटेरियल और दवाएं खरीदकर नकली दवाएं बनाते थे। यह खुलासे पकड़े गए आरोपी नितिन जैन ने पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में किए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह लोकेश गुलाटी के टच में आने पर दोनों ने यह काम आरंभ किया, जिसके बाद वह दोनों कंपनियों के कर्मचारियों से जुडे और जिन कंपनियों में दवा बनाने का कच्चा माल और दवाएं रिजेक्ट कर दी जाती थी उनको यह दोनों खरीद लेते थे। फिर उनसे नकली दवाइयां तैयार करते थे।
आरोपी ने भगवानपुर के मक्खनपुर के निवासी एक व्यक्ति के साथ तीन लोगों के नाम बताते हुए कहा कि उन्हें वह बीस-पच्चीस किलों के कट्टे में एक्सपायरी औऱ कच्चा माल सप्लाई किया करते थे। इसके अलावा कुछ और लोग भी आरोपी लोकेश के भी संपर्क में थे, जिनको वह नकली दवाइयों के बेचा करता था।
जानिए क्या था पूरा मामला
बीते गुरुवार को एसटीफ और ड्रग विभाग ने नकली दवाएं बनाने वालों के छह गोदामों पर छापा मार करके नकली दवाईयां बनाने का कच्चा माल और एक्सपायरी डेट की दवाएं बरामद की थी। पुलिस ने मामले सहारनपुर निवासी नितिन जैन को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था इसके साथ ही रुड़की निवासी लोकेश गुलाटी तलाश अभी भी जारी है।