एयरटेल ने इंडस टावर्स में वोडाफोन की 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का किया सौदा
मुबई। दूरसंचार सेवा कंपनी भारती एयरटेल ने कहा कि उसने दूरसंचार टावर कंपनी इंडस टावर्स में वोडाफोन की 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का करार किया है। ब्रिटेन की कंपनी वोडाफोन इस सौदे से मिलने वाले धन को इंडस टावर में अपनी देनदारियों को निपटाने और भारत में अपनी संयुक्त उद्यम कंपनी वोडाफोन-आइडिया में निवेश पर खर्च करेगी।
भारती एयरटेल ने बयान में कहा कि यह समझौता इस शर्त पर हो रहा है कि इसमें मिलने वाले धन को वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) में नयी शेयर पूंजी के रूप में लगाया जाएगा और साथ ही साथ उसे इंडस टावर्स की बकाया देनदारी निपाटाने के लिए हस्तांतरित कर दिया जाएगा। कर्ज के बोझ में दबी वीआईएल को इंडस टावर्स की अपनी देनदारी निपटाने में मुश्किलें आ रही हैं। वोडाफोन को इस सौदे में प्राप्त धन को वीआईएल में शेयर पूंजी के रूप में लगाना होगा और वहां से उसे इंडस टावर्स को हस्तांतरित करने की शर्त का अनुपालन करना होगा।
भारती एयरटेल देश की इस टावर कंपनी में सबसे बड़ी भागीदार है, जिसके पास वर्तमान स्थिति में इंडस की 42 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वोडाफोन ने वित्तीय दबाव में चल रहे भारत के अपने संयुक्त उद्यम वोडाफोन-आइडिया को समर्थन बनाए रखने की प्रतिबद्धता जाहिर करती रही है। इंडस टावर्स भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम टावर कंपनी है, जिसके सभी 22 टेलीकॉम सर्कल्स में 1.8 लाख से अधिक टावर हैं। एयरटेल के अनुसार देश में आने वाले समय में 5जी टेक्नोलॉजी नेटवर्क के विस्तार के लिए टेलिकॉम टावर ढांचे की आवश्यकता बढ़ेगी और उसमें इंडस टावर्स की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।