यह मामला राजकीय आश्रम पद्धति इंटरमीडिएट कॉलेज (आवासीय) मलिकपुर बखरा का है। इस विद्यालय में 328 छात्र हैं। विद्यालय में उपस्थित 180 छात्रों के लिए दाल-चावल और रोटी-सब्जी बनाई गई थी। सुबह भोजन की गुणवत्ता को लेकर बच्चों ने नाराजगी जताई और हंगामा किया। इसकी सूचना पर पहुंचे प्रभारी प्रधानाचार्य रतन पाल सिंह ने रसोइयों को कड़ी फटकार लगाते हुए भविष्य में भोजन की गुणवत्ता से खिलवाड़ नहीं करने की हिदायत दी। उन्होंने बच्चों को समझा बुझाकर भोजन करवाया।
मोतिगरपुर क्षेत्र के आवासीय विद्यालय में भोजन की गुणवत्ता से नाराज होकर बच्चों ने किया हंगामा
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