कांवड़ यात्रा में नृत्य करने वाले कलाकारों को दो साल बाद मिला रोजगार
हरिद्वार। कांवड़ यात्रा शुरु हो चुकी है, बीते दो सालों से कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते यात्रा पर रोक लगाई गई थी, वहीं इस बार हालातों में सुधार को देखते हुए यात्रा को शुरु किया गया है। लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंच रहे है। हरकी पैड़ी से लेकर तमाम गंगा घाटों पर यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है। जहां दो वर्षों से यात्रा ठप हो रखी थी, वहीं कांवड़ यात्रा में नृत्य करने वाले कलाकारों का रोजगार भी उनसे छीन रखा था।
कांवड़ यात्रा में हम देखते है कि डीजे के साथ चलने वाली यात्रा में भगवान भोलेनाथ और राधा- कृष्ण की वेशभूषा में कलाकार अपना प्रदर्शन दिखाते है, और लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के साथ ही सभी का मनोरंजन भी करते है। इतना ही नहीं बहुत से कलाकार तो आग का करतब भी दिखाते है, कलाकारों की इस कला को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ जाती है, और लोग भी खुश होकर कलाकारों को इनाम देते है।
लेकिन पिछले दो वर्षों से यात्रा के बंद रहने से इनका यह रोजगार छिन गया था। पर अब यात्रा के दोबारा अपने चरम पर होने से इन कलाकारों को रोजगार मिल गया है। दरअसल कांवडियों द्वारा पहले ही अपनी झांकी पर नृत्य करने के लिए इन कलाकारों की बुकिंग कर दी जाती है, इससे कांवड़ियों की झांकी भी अच्छी प्रदर्शित होती है, और इ्न कलाकारों को भी रोजगार मिल जाता है।