हरिद्वार। जिला अस्पताल में हाल बेहाल हो रखे है, अस्पताल में मरीजों को इलाज के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। समय से डॉक्टर न तो ओपीडी में बैठ रहे है, और न ही तय समय से जा रहे है। अस्पताल में डॉक्टरों की इस तरह से मनमानी को देख मरीज परेशान हो रखे है। दरअसल जिला अस्पताल में मरीजों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि अस्पताल में डॉक्टर न तो समय से आ रहे है, और न ही समय से जा रहे है, जब इनका मन हो जा रहा, तभी यह आकर चले जा रहे है। इलाज के लिए भी मरीजों को दौड़ा रहे है।
अस्पताल में पहुंचे एक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि वह अपने पिता के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा था। यहां पर उसे एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर भेजा जा रहा था, न तो उनकी पर्ची काटी जा रही थी, और न ही कोई सुविधा दी जा रही थी। इस व्यक्ति द्वारा बताया गया कि यहां पर काउंटर पर बैठी नर्स द्वारा बताया गया कि डॉक्टर अपने मन से आएंगे, जब उनके पास समय होगा।
इस पर अब अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठाना लाजमी है, इस बीच यदि किसी मरीज की समय से इलाज न मिलने के कारण मौत हो जाती है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि गेट पर पड़े मरीज को तो हम जबरन इलाज के लिए ला नहीं सकते। जो इलाज के लिए अंदर आएगा उसे इलाज दिया जाएगा, वहीं सबका पकड़कर इलाज भी नहीं किया जा सकता। अस्पताल प्रशासन की इस तरह की हरकतों से सभी मरीज परेशान है।