महा विकास अघाड़ी का क्या होगा
महाराष्ट्र के कई नेता अभी राज्य में खेल खत्म हुआ नहीं मान रहे हैं। भाजपा का स्पीकर चुन लिए जाने के बाद भी उनको लग रहा है कि सरकार स्थिर नहीं रहने वाली है। चाहे जिस वजह से हो लेकिन उठापटक जारी रहेगी। तभी महा विकास अघाड़ी से जुड़े नेताओं का कहना है कि इसका अस्तित्व भी बना रहेगा। तीनों पार्टियों के बीच गठबंधन अभी थोड़े दिन रहेगा। यह भी कहा जा रहा है कि एनसीपी नेता शरद पवार ने तीनों पार्टियों के नेताओं से बात की है और साथ रहने की जरूरत बताई है। हालांकि अभी के हालात में सबसे लाभ में पवार की पार्टी ही है। शिव सेना के टूटने के बाद उनकी पार्टी को विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा मिल जाएगा। लेकिन शिव सेना से अलग हुए मराठा नेता को मुख्यमंत्री बनाए जाने से वे भी चिंता में हैं। उनको अपने मराठा वोट की चिंता सता रही है।
तभी कहा जा रहा है कि वे हर हाल में महा विकास अघाड़ी को साथ रख कर एकनाथ शिंदे को कमजोर करने की राजनीति करेंगे। वे यह जरूर चाहते हैं कि भाजपा और उनकी पार्टी ही केंद्रीय ताकत रहे। लेकिन भाजपा ने एकनाथ शिंदे को सीएम बना कर उनका दांव बिगाड़ दिया है। तभी शिंदे को कमजोर करने के लिए वे उद्धव ठाकरे के नियंत्रण वाली शिव सेना को बचाए रखने का प्रयास करेंगे। कई जानकार नेता मान रहे हैं कि सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी क्योंकि उप मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडऩवीस ज्यादा समय तक काम करना नहीं चाहेंगे। उनके समर्थक मौजूदा व्यवस्था से नाराज हैं। दूसरी ओर शिंदे खेमे के जिन विधायकों को सरकार में जगह नहीं मिलेगी उनमें से कुछ लोग पाला बदल सकते हैं। सो, महा विकास अघाड़ी के नेता अपने लिए संभावना देख रहे हैं। कम से कम बीएमसी चुनाव तक यथास्थिति रहने की उम्मीद है।