रुड़की में वाल्मीकि समाज के लोगों ने राजस्थान के जालौन में हुई घटना को लेकर निकाला कैंडल मार्च
रुड़की। राजस्थान के जालौन में हुई घटना को लेकर रुड़की में वाल्मीकि समाज के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने के साथ ही परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की। आपको ज्ञात होगा कि राजस्थान के जालौन जिले में एक दलित बच्चे के टीचर के पानी के मटके को छुआ गया, जिस पर टीचर ने छात्र की जमकर पिटाई कर दी। पिटाई इतनी बुरी कदर कर दी कि बच्चे के कान की नश फट गई, जिसके चलते उपचार के दौरान ही बच्चे की मौत हो गई।
लंढौरा पुलिस चौकी चौक पर एकत्र होकर निकाला कैंडल मार्च
जालौन जिले में हुई इस घटना ने इंसानियत को झंझोर के रख दिया है। आज के समय में भी हमारे बीच कुछ ऐसे लोग मौजूद है, जो ऊंच- नीच की भावना रखते है, और यह भावना आज इस तरह फैल गई है, कि इसने एक मासूम तक की जान ले ली। वाल्मीकि समाज के लोगों ने लंढौरा पुलिस चौकी चौक पर एकत्र होकर इस घटना का विरोध करते हुए कैंडल मार्च निकाला।
छुआछूत को लेकर बनाया जाए सख्त कानून
वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाया जाए। जब ऐसी घटनां के लिए कानून बनाया जाएगा, तभी इन घटनाओं पर अंकुश लग सकता है। राजस्थान के जालौन जिले में इस घटना ने सच में इंसानियत पर से तो पर्दा ही उठा दिया है। शिक्षा देने वाला टीचर ही यहां इस तरह की हरकत कर बैठा है।